बजट भाषण में लक्षद्वीप का उल्लेख विशेष रूप से 4 जनवरी को Prime minister Narendra Modi’s की द्वीप की हालिया यात्रा के बाद महत्वपूर्ण है। अपनी Trip के दौरान, Prime minister Modi ने अपने अनुभव का प्रदर्शन करते हुए Lakshadweep की पर्यटन क्षमता और साहसिक उत्साही लोगों के लिए इसकी अपील पर जोर दिया।
लक्षद्वीप को वैश्विक पर्यटन स्थल बनाने के लिए 3600 करोड़ रुपये की योजना का खुलासा
भारत सरकार ने लक्षद्वीप को एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल में बदलने के लिए 3600 करोड़ रुपये की योजना का खुलासा किया है। यह योजना लक्षद्वीप के द्वीपों को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई है।
इस योजना में निम्नलिखित प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा:
1. बुनियादी ढांचे का विकास:
- हवाई अड्डों और बंदरगाहों का उन्नयन
- पर्यटन स्थलों तक बेहतर कनेक्टिविटी
- पर्यटकों के लिए आवास और सुविधाओं का निर्माण
2. पर्यटन उत्पादों का विकास:
- समुद्री पर्यटन (स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग, आदि)
- साहसिक पर्यटन (पहाड़ी बाइकिंग, ट्रेकिंग, आदि)
- सांस्कृतिक पर्यटन (स्थानीय कला और शिल्प को बढ़ावा देना)
3. स्थानीय समुदायों की भागीदारी:
- स्थानीय लोगों को पर्यटन उद्योग में रोजगार के अवसर प्रदान करना
- पर्यटन से होने वाले राजस्व का स्थानीय समुदायों के बीच उचित वितरण
4. पर्यावरण संरक्षण:
- टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा देना
- लक्षद्वीप के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करना
यह योजना लक्षद्वीप को भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बनाने और स्थानीय समुदायों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
योजना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- इस योजना को 2025 से 2030 के बीच लागू किया जाएगा।
- इस योजना से 50,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
- इस योजना से लक्षद्वीप की अर्थव्यवस्था को 1000 करोड़ रुपये से अधिक का सालाना राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है।
यह योजना लक्षद्वीप के विकास और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।