महाशिवरात्रि:हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे भगवान शिव के सम्मान में मनाया जाता है. यह हर साल फाल्गुन मास (फरवरी-मार्च) में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. इस वर्ष महाशिवरात्रि 8 मार्च, 2024 को है.
महाशिवरात्रि को मनाने के पीछे कई धार्मिक मान्यताएं हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं
1. भगवान शिव और पार्वती का विवाह (Lord Shiva and Parvati’s Wedding):
हिंदू धर्म में यह व्यापक रूप से माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इस पवित्र विवाह की खुशी में ही भक्त इस दिन को उत्सव के रूप में मनाते हैं.
2. शिव का निराकार से साकार रूप में अवतरण (Shiva’s Transformation from Formless to Formful):
कुछ पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन ही भगवान शिव निराकार ब्रह्म से साकार रूप धारण कर “रूद्र” के नाम से प्रकट हुए थे. इसी वजह से इस तिथि को महाशिवरात्रि के रूप में जाना जाता है और भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है.
3. शिव द्वारा विषपान (Shiva Drinking Poison):
समुद्र मंथन के दौरान निकले विष को लेने के लिए भगवान शिव ने अपने गले में धारण कर लिया था, जिससे उनका गला नीला पड़ गया और उन्हें “नीलकंठ” भी कहा जाता है. माना जाता है कि उन्होंने इस विष को पीकर संसार को बचाया था. इसलिए, कुछ लोग इस दिन को शिव के इस महान कार्य के स्मरण के रूप में मनाते हैं.
4. शिव की अराधना और आत्मिक शुद्धि (Worship of Shiva and Attaining Spiritual Purity):
महाशिवरात्रि को भगवान शिव की आराधना करने और आत्मिक शुद्धि प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है. भक्त इस दिन व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और रात्रि जागरण करते हैं, जिससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त हो और जीवन में सुख-शांति का वास हो.
Mahashivratri को क्या करें
- व्रत रखें (Vrat rakhein): कई भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और केवल फल, दूध या साबुदाना का सेवन करते हैं.
- पूजा-अर्चना करें (Puja-archan karen): शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, धतूरा, बेलपत्र आदि चढ़ाएं. “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें.
- रात्रि जागरण करें (Ratri jagran karen): कुछ भक्त रात भर जागकर भगवान शिव की भक्ति में लीन रहते हैं. भजन-कीर्तन करें या शिव पुराण का पाठ करें.
- दर्शन करें (Darshan karen): शिव मंदिर जाकर शिवलिंग का दर्शन करें.
Mahashivratri को क्या न करें
- मांस, मदिरा का सेवन न करें (Maans, Madira ka sevan na karen): कई लोग इस दिन शाकाहारी भोजन का ही सेवन करते हैं और मांस, मदिरा का सेवन नहीं करते.
- क्रोध और लोभ से बचें (Krodh aur lobh se बचें): इस पवित्र दिन क्रोध और लोभ जैसी भावनाओं से दूर रहें.
- शिव निंदा न करें (Shiv ninda na karen): भगवान शिव का अपमान या निंदा न करें.